श्री नरेन्द्र मोदी एक महान स्वप्नद्रष्टा हैं

श्री नरेन्द्र मोदी एक महान स्वप्नद्रष्टा हैं, जिनके पास अपने सपनों को वास्तविकता में बदलने की उत्कृष्ट क्षमता है। उनका सर्वोच्च सपना गुजरात का उत्थान और कायापालट और अंततः अपनी मातृभूमि को एक विकसित और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभारना है। भारत के लिए उनका सपना बहुत व्यापक है – जैसे कि आवश्यक रूप से कृषि अनुसंधान को बढ़ावा देना, पर्यावरण की सुरक्षा, उद्योगों की जीवन रेखा के समान बुनियादी सुविधाएँ और वैश्विक निवेश। संक्षेप में कहें तो, एक ऐसे नए और प्रसन्न समाज का उदय, जो जीवन के अनंत उत्सव को मना रहा हो! श्री नरेन्द्र मोदी सख्ती से काम लेने वाले और कड़े अनुशासक के रूप में माने जाते हैं लेकिन साथ ही, वे शक्ति और दया के एक अवतार हैं।
ये एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें समाज को घिरे अंधेरे, उदासी और गरीबी से बाहर निकालने तथा संपूर्ण मानव विकास और प्रगति के माध्यम के रूप में शिक्षा पर बहुत विश्वास है। वह शिक्षा के प्रसार पर जोर देते हैं, खासकर लड़कियों की शिक्षा, जिसकी अब तक काफी हद तक उपेक्षा की गई है।
शिक्षा के लिए श्री नरेन्द्र मोदी का प्रेम शिक्षकों के प्रति उनके सम्मान और कन्या शिक्षा योजनाओं में प्रगट होता है, जो उनके दिल के बहुत करीब है और ठीक बुनियादी स्तर पर प्रबुद्धता और सशक्तिकरण के युग में प्रवेश करवाती है। आपको ऐसे मुख्यमंत्री कहाँ मिलेंगे जो दूरदराज के गाँवों में डेरा डाले हुए, गर्मी और धूल में, माता-पिता को अपनी बेटियों को शिक्षित करने के लिए प्रोत्साहित करते हों?
टॅक्नोलॉजी और विज्ञान में गहन रुचि के कारण श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात को एक ई-शासित राज्य का रूप दिया है और टॅक्नोलॉजी के कई प्रयोजनों को बढ़ावा दिया है। ‘स्वागत ऑनलाइन’ और ‘टेली फ़रियाद’ ऐसी पहल हैं जिनकी वजह से ई-ट्रैन्स्पेरन्सी (पारदर्शिता) आई है और आम नागरिक भी प्रशासन के सर्वोच्च कार्यालय का सीधे संपर्क कर सकते हैं। ऐसे मुख्यमंत्री मिलना मुश्किल है जो आम आदमी की शिकायतों को इतना ध्यान से सुनते हों और यह सुनिश्चित करते हों कि उनकी समस्याएँ एक निश्चित समय सीमा में हल हो जाएँ।
अपने लोगों में बड़ा विश्वास करने वाले श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘कर्मयोगी महा अभियान’ नाम से जानी जाती निरंतर अभ्यास की एक पहल के माध्यम से सक्रिय कार्य संस्कृति के क्षेत्र में पांच लाख जितने सरकारी कर्मचारियों की एक मजबूत टीम का कुशलतापूर्वक नेतृत्व किया है। गुजरात के पास ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो ‘सरकारी कर्मचारियों’ को ‘असरकारी कर्मयोगीयों’ में बदलने में दिलचस्पी रखते हैं।
श्री नरेन्द्र मोदी एक प्रबल आशावादी होने के साथ-साथ, वास्तववादी और आदर्शवादी दोनों हैं। उन्होंने एक बहुत उच्च दृष्टिकोण को आत्मसात किया है कि ‘विफलता नहीं, लेकिन निम्न लक्ष्य एक अपराध है’। वे स्पष्ट दृष्टिकोण, उद्देश्य के तात्पर्य और सतत परिश्रम को जीवन के किसी भी क्षेत्र में उपलब्धि के लिए आवश्यक गुण मानते हैं। उनके मन में अपनी भूमि और लोगों के लिए चिंता सबसे अधिक होती है।

Comments

Popular posts from this blog

Valentine's Day special: most romantic movie scenes ever

Web developer quality requires

Dhoom 3 continue to rule with plus-Rs 500 crore in box office collections